मुंगेली । जिले के तहसील व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के न्यायालय से विभिन्न मामलों के तहत जारी होने वाले स्थगन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। न्यायालय द्वारा जारी स्थगन आदेशों की अवहेलना से पूरी न्यायालयीन प्रक्रिया मजाक बनकर रह गई है । पूरे मुंगेली क्षेत्र में लगातार सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है । विवादित भूमि के मामलों में शिकायत पर न्यायालय की ओर से स्थगन आदेश जारी किए जाते हैं। स्थगन आदेश जारी होने के बाद भी उक्त स्थानों पर निर्माण कार्य जारी रहता है। इसकी शिकायत और न्यायालय के आदेश के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है जिससे अवैध कब्जाधारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं । ऐसे स्थिति में लोग जहां भी गुंजाइश पा रहे हैं वहां अवैध कब्जा करके गृह निर्माण करते जा रहे हैं । इतना ही नहीं बल्कि अवैध कब्जाधारियों के लालच से नाले तालाब, शमशान घाट कुछ भी नहीं बच रहा है । हालांकि जागरूक नागरिकों द्वारा संबंधित अधिकारियों के पास शिकायतें भी को जा रही हैं मगर प्रशासन द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिल रही है । यह विडंबना है कि न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश जारी होने के बाद भी अवैध कब्जाधारी दबंगई से मनमाने तरीके से घर बना लेता है और वही स्थगन आदेश जारी करने वाले तहसीलदार कब्जाधारी के खिलाफ कुछ नहीं कर पाता है । प्रशासन की यह नाकामी एक प्रकार से अवैध कब्जा को बढ़ावा देने जैसा है । इस तरह का एक मामला मुंगेली जिले के मुंगेली तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कोदुकपा के आश्रित ग्राम जेठुकापा का है जहां पर गुजर बसर करने के लिए तालाब है जो चारों तरफ पार से बंधा हुआ है जिस पर बस्ती के पास में भी एक पार है जिसमे पूरे गांव वालों का आना जाना के लिए रास्ता है जिस पर सरोज साहू नामक व्यक्ति ने अवैध कब्जा करके गृह निर्माण कर लिया है जिसको आज लगभग तीन महीना होने जा रहा है । जब काम शुरू किया जा रहा था, जमीन खोदकर कॉलम खोदा जा रहा था तो उसी वक्त ग्रामीणों द्वारा पटवारी विद्या ध्रुव को सूचना दी गई थी और साथ ही पंचायत को भी सूचित किया गया था । पटवारी विद्या ध्रुव द्वारा मामले की तहकीकात कर पंचनामा वगैरह बनाकर न्यायालय में पेश किया गया था। जिस पर न्यायालय नायब तहसीलदार मुंगेली के द्वारा स्थगन आदेश सरोज साहू के लिए जारी किया गया था और काम बंद करने के लिए कहा गया था । मगर सरोज साहू ने काम बंद नहीं किया और न्यायालय द्वारा जारी स्थगन आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी तरीके से मकान बना लिया । इस बात की ग्रामीणों द्वारा फिर से न्यायालय तहसीलदार राजस्व अनुविभागीय अधिकारी मुंगेली और अपर कलेक्टर मुंगेली को सरोज साहू के ऊपर एफआईआर दर्ज कर दंडनात्मक कार्यवाही करने के लिए आवेदन दिया गया था मगर आज महीना भर बीतने के बाद भी आवेदन पर कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही है । इससे सरोज साहू के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे हैं । ग्रामीणों के अनुसार सरोज साहू ने गांववालों का रास्ता भी बंद कर दिया है । इससे गांव में बाद विवाद की स्थिति बनी हुई है जो कभी भी गंभीर रूप ले सकती है । ग्रामीणों का कहना है कि शासन प्रशासन की उदासीनता से अवैध कब्जाधारी सरोज साहू दबंगई दिखाकर नेता मंत्रियों की धौंस दिखाकर ग्रामीणों से गाली गलौज करता रहता है जिससे ग्रामीण अत्यंत भयभीत एवं चिंतित है । न्यायालय के आदेश की ऐसी अवहेलना और प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता का ऐसा उदाहरण और दूसरा नजर नहीं आ रहा है।