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नवधा रामायण में शरीक हुए विधायक इन्द्र साव

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MLA Indra Sao participated in Navdha Ramayana

सौरभ बरवाड़@भाटापारा- स्थानीय हथनीपारा में विगत 63 वर्षों से प्रति वर्ष नवधा रामायण का आयोजन किया जाता रहा है। परंपरानुसार इस वर्ष भी यहां नवधा रामायण का परायण चल रहा था। जिसका समापन 10 मार्च को हुवा। जिसमें भाग लेने भाटापारा नगर के अलावा दूर दराज के भजन मण्डलियां भी इस समारोह में शिरकत करते है साथ ही आस-पास के लोग भी भारी तादाद में जुटते है। प्रतिदिन यहां मेले जैसा नजारा देखने को मिलता है। गौरतलब है कि नवधा रामायण का पाठ जहां चल रहा था, इसमें भाग लेने वाले व आम लोगों को सारी सुविधाएं सरल व सहज में प्राप्त होती है। इस स्थल का नाम हथनीपारा नवधा रामायण के नाम पर दूर-दूर तक ख्याति प्राप्त कर चूका है।
भाटापारा विधायक इन्द्र साव जो संयोग से इसी वार्ड के निवासी है, इसमें सम्मिलित हुए। यह उनके लिए सौभाग्य की बात है, पूर्व में पार्षद के रूप में इस आयोजन में शरीक हुआ करते थे और अब वे नगर के विधायक के रूप में इसमें शामिल हुए। जहां आयोजनकर्ताओं ने उनका सम्मानपूर्वक स्वागत कर उनका सम्मान किया।

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इस अवसर पर विधायक इन्द्र साव ने अपने उद्बोधन में कहां कि, मर्यादा पुरूषोत्तम राम ना केवल स्वयं ही मर्यादाओं का पालन करते थे बल्कि उनकी प्रजा भी उस वक्त राम का ही अनुसरण करती थी। तभी तो आज भी हमारे देश के लोग राम राज्य की परिकल्पना करते है। मुझे रामायण काल की एक घटना याद आती है, रावण की जब मृत्यु शैय्या पर पड़े थे तब राम ने लक्ष्मण को उनके पास नीति-शास्त्र की शिक्षा ग्रहण करने भेजा। तब रावण ने राम की विजय का भेद बतलाते हुए कहां राम न तो हमसे अधिक विद्वान है, न तो धनी ही है। सैन्य शक्ति में भी हमारा और राम का कोई मुकाबला नहीं है। जहां तक कुल का प्रश्न है द्विज होने के नाते इस क्षेत्र में मैं उनसे श्रेष्ठ हूं। राम में केवल एक विशेषता है चरित्र की , जो मुझमें नहीं है। चरित्र की कमी के कारण मुझे जीवन के हर क्षेत्र में पराजय का मुंह देखना पड़ा। दूसरी ओर इसी चरित्र बल पर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलताएं राम का चरण चुंबन करती है। इस अवसर पर पूर्व मंडी अध्यक्ष सुशील शर्मा, समिति के अध्यक्ष सुकृत साहू, नारायण साहू, अशोक धु्रव, गोपाल शर्मा, सचिन्द्र शर्मा, दीपक निर्मलकर, मुकेश साहू, रामचन्द्र साहू, डॉ. के.के. साहू, सत्यजीत शैण्डे सहित भारी संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहें।

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