Action against fake video of Amit Shah’s speech, Delhi Police registered FIR, what did Amit Shah say in the edited video?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो का मामला गरमा गया है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में हाईलेवल मीटिंग चल रही है. इसमें दिल्ली पुलिस के कई बड़े अधिकारी शामिल हैं. साइबर विंग के भी बड़े अधिकारी मौजूद हैं. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिन जिन सोशल मीडिया हैंडल से इस वीडियो को आगे सर्कुलेट किया गया है.
सभी को नोटिस भेजकर पूछताछ में शामिल होने बुलाया जाएगा. कई सोशल मीडिया हैंडल रडार पर है. हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है. दिल्ली पुलिस ने एक्स और फेसबुक से भी वीडियो की जानकारी मांगीसूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस तेलगांना के सीएम को भी इस मामले में नोटिस भेज सकती है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर करने को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. अब इस मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को दिल्ली पुलिस ने नोटिस जारी किया है. पुलिस ने सोमवार (29 अप्रैल) को अमित शाह के फेक वीडियो को प्रसारित करने के मामले में रेड्डी को नोटिस जारी करते हुए 1 मई को अपना पक्ष रखने को कहा है.
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए नोटिस में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को अपना फोन भी लाने को कहा गया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी. दरअसल, रेवंत रेड्डी ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर किया था. तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था.
एडिटेड वीडियो में अमित शाह क्या बोले?
इस एडिटेड वीडियो में केंद्रीय गृह मंत्री कथित तौर पर एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म करने की बात कहते नजर आते हैं. पीटीआई के फैक्ट चेक में ये बात सामने आई थी कि अमित शाह ने कर्नाटक में मुस्लिमों को दिए गए आरक्षण को खत्म करने की बात कही थी.
BJP ने वीडियो को बताया फर्जी
BJP ने अपनी शिकायत में कहा कि अमित शाह ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई बात नहीं की है। जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह फर्जी है। BJP ने आरोप लगाया कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी।
अमित मालवीय ने तेलंगाना कांग्रेस पर लगाया आरोप
BJP के IT सेल के हेड अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को तेलंगाना कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए इस फेक वीडियो को एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना कांग्रेस एडिटेड वीडियो फैला रही है, जो पूरी तरह से फेक है। इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है।
उन्होंने आगे कहा कि यह फर्जी वीडियो कई कांग्रेसी नेताओं ने शेयर किया है, अब वे कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
वीडियो से किस तरह की छेड़छाड़
शाह ने कहा था, ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को हम समाप्त कर देंगे. ये अधिकार तेलंगाना के एससी, एसटी और ओबीसी का है. ये अधिकार उनको मिलेगा और मुस्लिम रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे.’ वहीं, एडिटेड वीडियो में शाह के बयानों से जो छेड़छाड़ की गई है, उसमें शाह ने जो कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक एससी, एसटी और ओबीसी के रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे.’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के किसी भाषण का एक फेक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें वो कथित तौर पर कहते सुनाई देते हैं कि, “भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गैर-संवैधानिक एससी, एसटी और ओबीसी के रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे.” फेक वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी जिसके आधार पर केस दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में 153/153A/465/469/171G IPC और 66C IT एक्ट के तहत केस दर्ज किए गए हैं.
तेलंगाना पहुंचने वाली है दिल्ली पुलिस की टीम
अमित शाह के आरक्षण पर वायरल हो रहे एडिटेड वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी पर भी एक्शन लेने की तैयारी में है. पुलिस इस मामले में रेवंत रेड्डी को नोटिस भी भेज सकती है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर यूनिट IFSO की टीम आज सुबह तेलंगाना के लिए निकली है. बताया गया है कि दोपहर तक टीम तेलंगाना पहुंच जाएगी. अमित शाह के फर्जी वीडियो को लेकर साइबर सेल ने अभी तक 5 लोगों की पहचान की है.
बीजेपी ने लगाया वीडियो से छेड़छाड़ का आरोप
वहीं, अमित शाह को लेकर फैलाए जा रहे झूठ पर गृह मंत्रालय एक्शन में आया और उसने दिल्ली पुलिस से इसकी शिकायत की. पुलिस ने वायरल वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. बीजेपी ने इस वीडियो की सत्यता को नकारते हुए कहा है कि अमित साह के ऑरिजनल बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय के अनुसार, तेलंगाना में मुसलमानों के लिए आरक्षण कोटा के मुद्दे पर अमित शाह की टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश करने के लिए वीडियो में छेड़छाड़ की गई है.