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NEET 2024: 720 में से 715 नंबर लाने पर भी नहीं मिला नीट रिजल्ट, NEET की OMR शीट फटी मिली,  आयुषी ने हाईकोर्ट में NTA को दी चुनौती

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NEET 2024: Did not get NEET result even after scoring 715 out of 720 marks, NEET OMR sheet found torn, Aayushi challenged NTA in High Court

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस बार नीट (राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा) का जो परिणाम घोषित किया है, उस पर लगातार आरोप लग रहे हैं। मेडिकल की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का भरोसा उठने लगा है। रविवार को लखनऊ की आयुषी पटेल ने एक्स पर अपनी ओएमआर शीट दिखाते हुए आरोप लगाया है कि उनके साथ स्कैम हुआ है। दोबारा से अपनी ओएमआर का मूल्यांकन कराने की मांग को लेकर हाई कोर्ट में रिट भी दाखिल कर दी है। इसकी मंगलवार (11 जून) को सुनवाई है।

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मोहान रोड बुद्धेश्वर पिंक सिटी की रहने वाली आयुषी पटेल नीट के एडमिट कार्ड को दिखाते हुए बताया, ”चार जून को जब रिजल्ट आया, मेरा रिजल्ट नहीं खुल रहा था। स्क्रीन पर दिखा रहा था कि योर रिजल्ट इज नाट जेनरेटेड। मुझे लगा कि 23 लाख बच्चे हैं, साइट पर ट्रैफिक बढ़ने से रिजल्ट जनरेट नहीं हो रहा है। एक घंटे बाद मेरे पास एनटीए से ईमेल आया। इसमें लिखा गया है कि रिजल्ट जनरेट नहीं हो सकता, क्योंकि उन्हें मेरी ओएमआर शीट डैमेज मिली है।”

मेल पर एनटीए ने भेजा सबूत

आयुषी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर उसकी ओएमआर शीट फट कैसे सकती है. उसने तो परीक्षा में बहुत सावधानी से ओएमआर शीट में गोले भरे थे और जमा की थी. परीक्षा केंद्र पर तैनात लोगों ने भी सख्ती और सतर्कता के साथ उसकी ओएमआर शीट जमा भी करवाई थी फिर ओएमआर शीट कैसे फट गई. आयुषी के मामा पेशे से हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में अधिवक्ता है. मामा को संपर्क किया तो उन्होंने 4 जून को ही NTA को तीन लीगल और सात नोटिस ई-मेल पर भेजे, जिसमे आयुषी की ओएमआर शीट मेल पर देने को कहा गया. 24 घंटे बाद जब NTA का मेल आया तो आयुषी और उसका पूरा परिवार हैरान रह गया.

फटी हुई निकली ओएमआर शीट
मेल पर भेजी गई ओएमआर शीट वाकई में फटी हुई थी. आयुषी के द्वारा भरे गए ओएमआर शीट के गोले भी साफ दिखाई पड़ रहे थे जिसको देखने के बाद ही आयुषी ने मांग रखी है कि ओएमआर शीट फटने के लिए वह जिम्मेदार नहीं है और अगर ओएमआर शीट फट भी गई है तो उसका रिजल्ट ना रोका जाए. अपनी इसी डिमांड को लेकर आयुषी ने हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका डाली है. जब तक उसकी ओएमआर शीट को लेकर हाई कोर्ट कोई निर्णय नहीं देती है तब तक नीट के जारी रिजल्ट पर आगे की प्रक्रिया रोक दी जाए.

दुखी मां ने कहा- मेरी बेटी के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए

आयुषी के पिता संतोष पटेल की आलमबाग में एक छोटी सी मेडिकल स्टोर की दुकान है. मां शशी पटेल ग्रहणी हैं. बेटी सुबह 7 बजे कोचिंग जाती है और शाम को घर लौटती है. घर लौटकर भी भरपेट खाना नहीं खाती, ताकी फिर रात में नींद ना आ जाए, लेकिन उसकी इस मेहनत पर NTA की लापरवाही से पानी फिरता नजर आया तो आयुषी की मां शशि और सभी बेहद दुखी हो गए. मां कहती हैं कि बेटी ने इतनी मेहनत की उसने ईमानदारी से परीक्षा दी तो उसका रिजल्ट भी आना चाहिए. मेरी बेटी के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए. अब हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में दायर की गई याचिका पर बुधवार को सुनवाई होनी है.

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