In greed of 300 crores, daughter-in-law got her father-in-law killed by giving contract killer, daughter-in-law seduced the driver, then gave contract killer to kill her father-in-law
महाराष्ट्र के नागपुर में 300 करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए बहू ने सुपारी देकर अपने ही ससुर की हत्या करवा दी. इस मामले को शुरुआत में एक हादसा दिखाने की कोशिश हुई थी लेकिन पुलिस की सतर्कता और परिजनों की ओर से जताए गए हत्या के शक ने घटना को अलग मोड दे दिया

दरअसल, 22 मई को नागपुर के मानेवाडा परिसर में पुरुषोत्तम पुट्टेवार (82 वर्ष) को एक कार ने टक्कर मार दी थी. इस घटना में उनकी मौत हो गई. घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी. पुलिस ने शुरुआत में हादसे में मृत्यु का मामला दर्ज किया था.
घटना के बाद मृतक के भाई ने पुलिस अधिकारी को हत्या का शक होने की बात कही थी. पुलिस ने उस दिशा में जांच शुरू की तो एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हुए.
पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी के आधार पर कार ड्राइवर नीरज निमजे और सचिन धार्मिक को हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई. जांच में दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अर्चना पुट्टेवार से पैसे लेकर उनके ससुर को कार से टक्कर मारी थी.
बहु ने ड्राइवर के साथ मिलकर रची मर्डर की साजिश
पुलिस की जांच में पूरा केस हिट एंड रन का नहीं, बल्कि इरादातन की गई हत्या की एक बड़ी साजिश का निकला. इसकी मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि मृतक की बहु अर्चना पुत्तेवार निकली. दरअसल पुलिस को अपने गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि मृतक पुरुषोत्तम पुत्तेवार की 300 करोड़ की संपत्ति को हासिल करने के लिए बहु अर्चना पुत्तेवार ने सबसे पहले अपने घरेलू ड्राइवर को पटाया और फिर उसकी मदद से एक गहरी साजिश रची. इसके लिए ड्राइवर के जरिये दो लोगों को 1 करोड़ रुपये और एक बार का लाइसेंस दिलाने का लालच देते हुए हत्या करने की सुपारी दी थी.
उन्होंने बताया कि व्यापक जांच के बाद, टाउन प्लानिंग विभाग की सहायक निदेशक अर्चना मनीष पुत्तेवार (53) को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया और उसे 9 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. उसने हत्या को दुर्घटना जैसा दिखाने के लिए अपने ससुर की हत्या करने के लिए एक पुरानी कार खरीदने के लिए आरोपियों को पैसे मुहैया कराए.
अधिकारी ने बताया कि जाहिर तौर पर इसका मकसद उनकी 300 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करना था. हमने दो कारें, सोने के आभूषण, मोबाइल फोन आदि जब्त किए हैं. उस पर अपने पति के ड्राइवर बागड़े और दो अन्य लोगों नीरज निमजे और सचिन धार्मिक के साथ मिलकर हत्या की साजिश रचने का आरोप है. उन्होंने बताया कि उन पर भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के तहत हत्या और अन्य अपराधों के आरोप लगाए गए हैं.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्यारों को दी गई सुपारी या दी गई रकम अभी भी स्पष्ट नहीं है. उन्होंने बताया कि परिवार से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में सबसे ज्यादा मदद सीसीटीवी से मिली, जिससे कार का नंबर ट्रेक हो पाया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी ड्राइवर और उसके दोस्त को खोज निकाला.
कुछ ही दिन पहले खरीदी थी ससुर को उड़ाने वाली कार
इसी साजिश के तहत 22 मई को आरोपी नीरज निम्जे और सचिन धार्मिक ने तेज रफ्तार कार से पुरुषोत्तम पुत्तेवार को उड़ा दिया. इस हत्या को जिस कार से अंजाम दिया गया था, वह कुछ ही दिन पहले खरीदी गई थी. कार खरीदने और आरोपियों को हत्या के बदले लाखों रुपये आरोपियों को बहु अर्चना पुत्तेवार ने ही दिए थे. जांच में यह भी सामने आया है कि अर्चना की इस साजिश में उसका भाई प्रशांत और उसकी पीए पायल भी शामिल थी. उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि घरेलू ड्राइवर सार्थक बागड़े अभी फरार है.