After becoming PM for the third time, Narendra Modi will reach Kashi today, will give this big gift to the farmers as soon as he reaches Varanasi
सेवापुरी में पीएम मोदी का यह 10वां दौरा :पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी में 10 सालों में अपने 50 दौरे में से यह दसवां दौरा सेवापुरी क्षेत्र में करने जा रहे हैं. इसकी शुरुआत 2013 में 20 दिसंबर को लोकसभा चुनाव से पहले मिर्जामुराद के खजूरी में शंखनाद रैली से हुई थी. रैली के बाद नरेंद्र मोदी के सेवापुरी में सभा करने का सिलसिला लगातार जारी रहा. 2014 में आदर्श गांव जयपुर में जनसभा हुई. 2017 में शहंशाहपुर में शौचालय की नींव रखने के लिए पीएम मोदी पहुंचे थे. 2018 में राजातालाब सब्जी मंडी में जनसभा की गई, जबकि 2020 में हाईवे के 6 लेन के लोकार्पण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विधानसभा में जनसभा की थी.
साल 2021 में मेहंदीगंज रिंग रोड के लोकार्पण पर प्रधानमंत्री मोदी ने यहां जनसभा की थी और 2022 में खजूरी में प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा हो चुकी है. इसी विधानसभा में 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंजरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया था और जनसभा को संबोधित किया था. इसके बाद 18 दिसंबर 2023 को कपसेठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई थी, यानी पीएम मोदी वाराणसी की आठ विधानसभाओं में से सेवापुरी विधानसभा को सबसे ज्यादा तरजीह देते हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनने का बाद पहली बार आज वाराणसी पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े स्वागत के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी तैयारी की है. एयरपोर्ट से लेकर जनसभा स्थल तक पीएम मोदी के स्वागत के लिए काशी वासियों को सड़क के किनारे तैयार रखा जाएगा. इसके अलावा पुलिस लाइन से काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अघोषित रोड शो भी होगा. इसमें सड़क के दोनों छोर से पीएम मोदी पर पुष्प वर्षा होती रहेगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दर्शन-पूजन के बाद सेवापुरी में आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन में भी शामिल होंगे. इसे लेकर आज फाइनल लिस्ट जारी होगी. प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी आज तैयारी का जायजा लेने के लिए पहुंचने वाले हैं.पीएम 16 घंटे काशी में बिताएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन को भारतीय जनता पार्टी बृहद रूप में भव्य बनाने की तैयारी में जुटी है. ढोल नगाड़े के साथ जगह-जगह पर पुष्प वर्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए 18 स्थानों को चयनित किया गया है. यहां भाजपा कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ बैंड-बाजा. ढोल नगाड़ों से पीएम मोदी का स्वागत करते दिखाई देंगे. पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट पर कार से उतरकर जनता का आभार भी व्यक्त करेंगे. काशी में लगभग 16 घंटे बिताने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे और जनता से संवाद भी करेंगे.
प्रधानमंत्री दो दिवसीय दौरे पर 18 जून को दोपहर साढ़े तीन काशी पहुंचेंगे।
बाबतपुर एयरपोर्ट पर विमान से उतरने के बाद हेलीकॉप्टर से मेहंदीगंज हेलीपैड जाएंगे। वहीं कुछ दूरी पर बने मंच से किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
इस दौरान पीएम किसान सम्मान योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के 9.26 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के खाते में 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि 17वीं किस्त के रूप में जारी करेंगे।
इसमें वाराणसी (Varanasi) के दो लाख 74 हजार 615 किसान भी लाभान्वित होंगे।
इसके साथ पीएम कृषि सखी के रूप में मान्यता प्राप्त 30,000 से अधिक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को भी प्रमाण पत्र जारी करेंगे। इसमें वाराणसी की 212 कृषि सखी शामिल रहेंगी।
पीएम मंच से सांकेतिक के रूप में पांच कृषि सखियों को प्रमाण पत्र देंगे। इसमें वाराणसी की एक, मीरजापुर की एक व तीन अन्य प्रदेशों की कृषि सखी शामिल की गई हैं।
किसान सम्मेलन के बाद पीएम हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन आएंगे। सड़क मार्ग से दशाश्वमेध घाट जाएंगे। वहां गंगा आरती में शामिल होंगे। रात आठ बजे पीएम श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में जाएंगे और विधिवत पूजन-अर्चन करेंगे।
इसके बाद सड़क मार्ग से बरेका गेस्ट हाउस पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन सुबह आठ बजे बरेका हेलीपैड से बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और 9.45 बजे नालंदा (बिहार) के लिए प्रस्थान करेंगे।
प्रधानमंत्री 19 जून को राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन करेंगे व सभा को संबोधित करेंगे।
पीएम के स्वागत की भव्य तैयारी
दूसरी तरफ भाजपा काशी में पीएम के स्वागत की भव्य तैयारी में जुटी है। तैयारियों को लेकर एमएलसी अश्वनी त्यागी, जिलाध्यक्ष एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व विधायक जगदीश पटेल समेत अन्य नेताओं ने बैठक कर कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया। किसान सम्मेलन में अन्नदाता बसों, ट्रैक्टरों व चार पहिया वाहनों से किसान सम्मेलन में भाग लेने पहुंचेंगे। निकटवर्ती क्षेत्रों के किसान ढोल-नगाड़े के साथ पैदल मार्च करते किसान सम्मेलन में पहुंचेंगे।