Assam Flood: Flood situation worsened in Assam, landslides and floods wreaked havoc, 26 dead so far, more than 1.61 lakh people in 15 districts affected
असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ती जा रही है। राज्य के 15 जिलों में 1.61 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में बाढ़ ने अब तक 26 लोगों की जान ले ली है। वहीं, करीमगंज ज़िले के बदरपुर इलाके में भूस्खलन की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक महिला और उसकी तीन बेटियां और एक तीन साल का बच्चा शामिल है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को हैलाकांडी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
अब तक राज्य में 26 लोगों की गई जान
इस साल की बाढ़ ने अब तक राज्य में 26 लोगों की जान ले ली है।करीमगंज जिले में बाढ़ की स्थिति और भी बदतर हो गई है, क्योंकि 41,711 बच्चों सहित 1.52 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। करीमगंज जिले के नीलामबाजार, आरके नगर, करीमगंज और बदरपुर राजस्व सर्किल के अंतर्गत 225 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 22,464 बाढ़ प्रभावित लोग जिला प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों और राहत वितरण केंद्रों में शरण ले रहे हैं।
21 जून तक होगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक़ बुधवार को यानी आज असम में भारी बारिश की सम्भावना है. उत्तर-पूर्व असम में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. जिसके चलते 19 जून से 21 जून तक भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा मेघालय, मणिपुर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में के अलग-अलग स्थानों पर बारिश के आसार जताये गए हैं.
बाढ़ की वजह से करीमगंज में हालात भयावह हैं। पुलिस अधीक्षक, पार्थ प्रोतिम दास ने बताया कि बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर है। एएसडीएमए की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, गोलपारा, करीमगंज, नागांव और नलबाड़ी जिलों में बाढ़ के कारण 1,05,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, करीमगंज बाढ़ से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां 95,300 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके बाद नागांव में करीब 5,000 लोग प्रभावित हुए हैं और धेमाजी में 3,600 से अधिक लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। फिलहाल 309 गांव पानी में डूबे हुए हैं और राज्यभर में 1,005.7 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षतिग्रस्त हो गया है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने की बैठक
इससे पहले 15 जून को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नागरिक और पुलिस प्रशासन और काजीरंगा अधिकारियों के साथ बैठक की थी, खासकर बाढ़ के मौसम के दौरान। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों से सभी आवश्यक कदम उठाने और प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करने को कहा।
तीन नई कमांडो बटालियन तैनात
बैठक के दौरान, असम के मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि काजीरंगा में तीन नई कमांडो बटालियन तैनात की गई हैं।उनका मिशन राष्ट्रीय राजमार्ग पार करते समय जानवरों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना और शिकारियों को बाढ़ की स्थिति का फायदा उठाकर वन्यजीवों को नुकसान पहुंचाने से रोकना है।