Heavy rain and thunderstorm took the lives of 20 people
![](https://readerfirst.com/wp-content/uploads/2024/07/1.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2024/06/1.jpg)
![](https://readerfirst.com/wp-content/uploads/2024/06/1-2.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2023/12/1-1-750x567.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2024/01/4.jpg)
बेमौसम भारी बारिश, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की घटनाओं में गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में 20 लोगों की मौत हो गई । गृहमंत्री अमित शाह ने इस पर शोक जताया है और स्थानीय प्रशासन को राहत कार्यों में और मुस्तैदी लाने को कहा है ।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के एक अधिकारी के अनुसार, गुजरात के विभिन्न हिस्सों में वर्षाजनित हादसों में अब तक 20 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है. इन सभी लोगों की मौत बेमौसम बारिश के दौरान बिजली गिरने से हुई.
अधिकारी ने बताया कि दाहोद जिले में चार, भरूच में तीन, तापी में दो और अहमदाबाद, अमरेली, बनासकांठा, बोटाद, खेड़ा, मेहसाणा, पंचमहल, साबरकांठा, सूरत, सुरेंद्रनगर और देवभूमि द्वारका में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. अमित शाह ने रविवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत होने की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है. इस त्रासदी में अपने प्रियजन को खोने वाले लोगों को जो अपूरणीय क्षति हुई, उसके लिए मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’’
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि सोमवार को बारिश कम होने की संभावना है.एसईओसी द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, गुजरात की 252 तालुका में से 234 में रविवार को बारिश हुई. सूरत, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, तापी, भरूच और अमरेली जिलों में 16 घंटे में 50-117 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और फसल को नुकसान हुआ. राजकोट के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि हुई. अधिकारियों ने बताया कि बारिश से फसलों के नुकसान के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी जिले में फैक्टरियां बंद किए जाने से सिरेमिक उद्योग भी प्रभावित हुआ. आईएमडी के अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि सोमवार को बारिश कम होगी और दक्षिण गुजरात एवं सौराष्ट्र जिलों के कुछ हिस्सों में केंद्रित रहेगी. बेमौसम की भारी बारिश की वजह ग्लोबल वार्मिंग को माना जा रहा है ।