रायगढ़:- अमूमन विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर होता है लेकिन वित्त मंत्री ओपी चौधरी की सधी हुई रणनीति का कमाल माना जा रहा है कुछ महीनो पहले ही ओपी चौधरी जब विपक्ष में थे वे भूपेश सरकार कर हमलवार रहे। रायगढ़ विधान सभा चुनाव जीतने के बाद वित्त मंत्री बने ओपी चौधरी बजट में एक बार फिर से कांग्रेस पर हमला वर नजर आए। वित्त मंत्री ओपी ने बजट सत्र के दौरान नरसिम्हा राव के निर्णय के सम्मान का जिक्र करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। विपक्ष में रहते हुए ओपी सत्ता पक्ष में हमलावर रहते थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा उनके निशाने पर रहे। यही वजह है कि भूपेश सरकार के दौरान ओपी के खिलाफ कोरबा में एफ आई आर भी दर्ज की गई। सरकार बदली कांग्रेस विपक्ष में आ गई रायगढ़ से बड़ी जीत के बाद ओपी सूबे के वित्त मंत्री बन गए और वे आज भी कांग्रेस की घेरा बंदी का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। बजट सत्र के दौरान ओपी ने कहा जब भी राष्ट्रहित में कोई अच्छा कार्य होता है तब भाजपा बड़े मन से अच्छे निर्णय का स्वागत करने से नही चूकती है। अच्छे निर्णय का स्वागत भी करना हो तो भाजपा इससे पीछे नही हटती है इससे लोकतांत्रिक मूल्य मजबूत होते है। संगठन की सीमाओं से आगे बढ़कर स्व. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा 1991 में पीवी नरसिम्हा राव जी के बजट का स्वागत किए जाने का जिक्र भी वित्त मंत्री ओपी ने किया। ऐसे महापुरुष पीवी नरसिम्हा राव जी जिनकी नीतियों की सराहना प्रतिपक्ष के हमारे सबसे बड़े नेता भी करते थे। नरसिम्हा राव के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर के बाद कांग्रेस द्वारा किए गए अपमानजनक घटना का उल्लेख करने से भी ओपी चौधरी नही चुके। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्र के लिये समर्पित रहे पुरोधाओं को “भारत रत्न” जैसे सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया जिनमे स्वर्गीय नरसिम्हा राव भी शामिल है।