IPL 2024: Irfan and Kaif clashed over giving out to Kohli, Kaif said – no ball should have been given…
IPL 2024 में 21 अप्रैल को KKR और RCB के बीच खेला मुकाबला काफी दिलचस्प रहा. इस मुकाबले की दिलचस्पी ऐसी रही कि आखिरी गेंद तक बनीं रही. हालांकि, RCB को किस्मत यहां भी दगा दे गई और उसे 1 रन से मुकाबला गंवाना पड़ा. लेकिन, उससे पहले जो हुआ उससे सुलगी आग अब तक धधक-धधककर जल गई. ये आग दरअसल अंपायर की सुलगाई है. क्योंकि, सारा कुछ उन्हीं के दिए एक विवादित फैसले से शुरू हुआ, जो उन्होंने विराट कोहली के मामले में दिया है. अंपायर के उस विवादित फैसले पर मैदान के अंदर ड्रामा देखने को मिला तो बाहर भी तमाशा कम नहीं हुआ. मैदान के बाहर से मैच की कमेंट्री करने वाले कमेंटेटर तो आपस में ही भिड़ बैठे.
विराट कोहली को केकेआर के खिलाफ आउट दिए जाने पर हुए विवाद में पूर्व भारतीय क्रिकेट मोहम्मद कैफ ने अपनी राय सोशल मीडिया पर जाहिर की है. एक वीडियो के जरिए उन्होंने अंपायर के फैसले को गलत ठहराया. साथ ही यह भी कहा कि गेंदबाज हर्षित राणा को विराट कोहली से ऐसी गेंद डालने के लिए माफी मांगनी चाहिए था.
कैफ ने कहा- नो बॉल देना चाहिए था…
इरफान पठान ने मैच के दौरान ही ट्वीट कर कहा कि यह लीगल बॉल थी. इसके थोड़ी ही देर बाद मोहम्मद कैफ ने कहा इसे गलत फैसला करार दिया. मोहम्मद कैफ ने कहा, ‘विराट कोहली को आउट दिया जाना मेरे हिसाब से गलत फैसला था. अगर बैट से टकराते वक्त गेंद की ऊंचाई कमर से ऊपर है तो इसे नो बॉल दिया जाना चाहिए. मुझे यह भी लगता है कि बॉल ट्रैकिंग में गेंद तो ज्यादा ही तेजी से नीचे जाते हुए दिखाया गया है.’
इरफान ने वीडियो पोस्ट कर कहा- लीगल डिलीवरी थी.
इरफान पठान ने इसके बाद एक वीडियो बनाकर इस विषय पर अपना पक्ष रखा. इरफान ने बताया कि आईपीएल शुरू होने से पहले ही सभी क्रिकेटरों की कमर की ऊंचाई बीसीसीआई ने ले ली थी, ताकि नो बॉल के फैसला ज्यादा आसानी से लिया जा सके.
इरफान ने कहा, ‘विराट कोहली थोड़ा आगे खड़े हुए थे. बॉल फुलटॉस थी. अगर यही गेंद तेज होती तो कमर के ऊपर से निकल जाती. लेकिन गेंद स्लोअर थी. डिप हो रही थी. इसीलिए जहां पर गेंद बैट से टकराई, वहां पर सब फैंस को लगा कि यह कमर से ऊंची जाती. लेकिन चूंकि गेंद डिप हो रही थी. जहां पर पॉपिंग क्रीज थी, वहां पर गेंद कोहली की कमर से नीचे चली जाती. मतलब यह लीगल डिलीवरी होती. इसलिए मेरे हिसाब से यह बॉल सही थी.’