Encounter between security forces and terrorists in Doda, security forces killed two terrorists
जम्मू संभाग के जिला डोडा में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। जिले के गंडोह के लुडू इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हो रही है। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। यहां कुछ और आतंकी घिरे हुए हैं। गोलीबारी के दौरान एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। जवान को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। यह इलाका घने जंगल और पहाड़ से घिरा हुआ है। ऑपरेशन चल रहा है।
डोडा में पिछले कुछ दिनों से लगातार आतंकियों की तलाश में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी बीच कई बार अलग-अलग जगहों पर संदिग्ध देखे जाने की भी सूचना मिल रही थी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लग पा रही थी। आज मुठभेड़ स्थल क्षेत्र में फिर संदिग्ध देखे जाने के बाद घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। घेरा सख्त होता देख आतंकियों ने गोलीबारी की, जिसके जवाब में मुठभेड़ शुरू हो गई। सूत्रों की मानें तो दहशतगर्दों को मार गिराया गया है। अभी ऑपरेशन चल रहा है।
आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने चलाया है अभियान
जिला डोडा के छत्तरगला और गंदोह में ही 11 और 12 जून को आतंकियों ने सुरक्षाबलों की चौकियों पर दो हमले किए थे। इन हमलों में छह सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे।संबधित अधिकारियों ने बताया कि डोडा में छिपे आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने एक अभियान चला रखा है। इसी अभियान के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तलाशी ली जा रही है।
सुबह जवानों पर की थी फायरिंग
आज सुबह पता चला कि गंदोह के बजर सिन्नू इलाके में आतंकियों का एक दल देखा गया है। सुरक्षाबलों ने तुरंत सिन्नू का रुख किया। आतंकियों ने जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख उन पर फायरिंग करते हुए वहां से भागने का प्रयास किया।
जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और इसके साथ ही वहां मुठभेड़ शुरु हो गई। कुछ ही देर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया।अन्य विवरण की प्रतीक्षा है।
गृह मंत्री ने दिया था मिशन मोड में काम करने का निर्देश
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और सभी सुरक्षा एजेंसियों को “मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने” का निर्देश दिया।
पीएम मोदी ने की थी उच्च स्तरीय बैठक
इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी घटनाओं की एक श्रृंखला के बाद जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य का आंकलन करना था।
ऑपरेशन लागोर जारी
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने डोडा मुठभेड़ को लेकर जानकारी साझी की है। सेना ने इसे ऑपरेशन लागोर नाम दिया है। उन्होंने बताया कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान भद्रवाह सेक्टर के गंडोह में शुरू किया गया है। आतंकियों की मौजूदगी का पता चल गया है। दोनों ओर से गोलीबारी जारी है।
11 जून को डोडा में हमला कर भाग निकले थे आतंकी
11 जून, देर रात डोडा के भद्रवाह तहसील के छत्रगलां में आतंकियों ने नाका पार्टी पर हमला किया। दहशतगर्दों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई से मुठभेड़ शुरू हुई, लेकिन अंधेरे का फायदा उठा कर आतंकी भाग निकले थे। इस हमले में सेना के पांच जवान और एक एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) घायल हुए थे।
वहीं, 9 जून को आतंकियों ने रियासी जिले में बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया था। रियासी में शिवखोड़ी धाम से कटड़ा जा रही बस पर आतंकियों ने हमला किया। इसमें नौ श्रद्धालु मारे गए और करीब पचास तीर्थयात्री घायल हुए। वहीं, अगले दिन सांबा में आतंकियों ने एक घर पर महला किया। यहां हुई मुठभेड़ दो पाकिस्तानी आतंकी मारे गए। उनके पास से बड़ी मात्रा असलहा बरामद किया गया था।
जम्मू संभाग में हुए इन तीन हमलों के बाद से ही बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। संभग के अलग-अलग जिलों के जंगली और पहाड़ी इलाकों को खंगाला जा रहा है। इसी बीच डोडा में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ हुई है।
राजोरी के पिंड नारिया में हैंड ग्रेनेड और पाकिस्तानी करंसी बरामद
राजोरी पुलिस थाने और चिंग्स पुलिस चौकी के अतंर्गत आते पिंड नारिया गांव में मंगलवार को एक हैंड ग्रेनेड और पाकिस्तान करंसी का फटा नोट मिला। जानकारी के अनुसार पिंड नारिया में कुछ बच्चे पशु चरा रहे थे। उन्होंने झाड़ियों में एक ग्रेनेड पड़ा देखा।
उन्होंने तत्काल गांव के एक पूर्व सैनिक को सूचना दी। पूर्व सैनिक ने सेना को बताया और सेना ने बिना समय गंवाए इलाके की घेराबंदी कर घटनास्थल से हैंड ग्रेनेड को कब्जे में ले लिया। सूत्रों के अनुसार, जहां से ग्रेनेड मिला उसके पास ही सेना को पाकिस्तान करंसी का फटा नोट भी मिला है। हालांकि पुलिस और सेना का कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।