Dhanteras 2023: Know the auspicious time for shopping, what to buy and what not to buy on the day of Dhanteras…
देशभर में दिवाली की तैयारियां चल रही हैं. दुकानों, सड़कों, मॉल समेत सभी शॉपिंग स्थानों को खूबसूरत रोशनी से सजाया गया है और घरों में मिठाइयां भी बननी शुरू हो गई हैं। रोशनी का यह त्योहार इस साल 12 नवंबर को देशभर में मनाया जाने वाला है। देश के कई राज्यों में दिवाली का त्योहार पूरे पांच दिनों तक मनाया जाता है और धनतेरस से ही इस त्योहार की शुरुआत मानी जाती है. धनतेरस को धनत्रयोदशी या धन्वंतरि त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। यह अक्सर दिवाली से दो दिन पहले आता है।
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना अच्छा माना जाता है। पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 11 नवंबर की सुबह तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है।
त्यौहार का महत्व
प्रदोष काल या शाम के समय देवी लक्ष्मी (Lakshmi pooja), भगवान कुबेर (Kuber) और भगवान धन्वंतरि (Dhanvantari pooja) की पूजा करने का विधान है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन नई वस्तुएं खरीदने से घर में धन और समृद्धि आती है।
धनतेरस लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
धनतेरस के पावन पर्व पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। धनतेरस पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर, शुक्रवार को शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
धनतेरस पर खरीदारी का महत्व
धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में बर्तन और सोने-चांदी के अलावा वाहन, जमीन-जायदाद के सौदे, लग्जरी चीजें और घर में काम आने वाले अन्य दूसरी चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदी गई चल-अचल संपत्ति में तेरह गुणा वृद्धि होती है।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र खरीदना शुभ होता है।
इसके अलावा झाड़ू खरीदना भी अच्छा माना जाता है। मान्यता है इस दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं।
वहीं यदि धनतेरस के दिन आप कोई कीमती वस्तु नहीं खरीद पा रहे हैं तो साबुत धनिया जरूर घर ले आएं।
मान्यता है इससे धन की कभी कमी नहीं होती है। इसके अलावा आप गोमती चक्र भी खरीद सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
धनतेरस पर क्या नहीं खरीदें?
इस दिन लोहा या लोहे से बनी वस्तुएं घर लाना शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन लोहे से बनी कोई भी वस्तु घर लाते हैं, तो घर में दुर्भाग्य का प्रवेश हो जाता है।
धनतेरस पर एल्युमिनियम या स्टील की वस्तुएं न खरीदें। मान्यता है कि स्टील या एल्युमिनियम से बने बर्तन या अन्य कोई सामान खरीदने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
ज्योतिष के अनुसार यदि आप धनतेरस के दिन घर में कोई भी प्लास्टिक की चीज लेकर आएंगे तो इससे धन के स्थायित्व और बरकत में कमी आ सकती है, इसलिए धनतेरस के दिन प्लास्टिक की वस्तुएं भी न खरीदें।
धनतेरस के शुभ अवसर पर शीशे या कांच की बनी चीजें भी बिल्कुल नहीं खरीदनी चाहिए।
ज्योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन चीनी मिट्टी या बोन चाइना की कोई भी वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए।
धनतेरस पर करें ये उपाय
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, कुबेर, यमराज और भगवान गणेश जी की पूजा करें।
धनतेरस के दिन घर और बाहर 13 दीपक जलाने से बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
दान करना पुण्य कर्म है। माना जाता है कि, दान करने से पिछले जन्म के पाप धुल जाते है। धनतेरस के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है।
इस दिन यदि आप सूर्यास्त से पहले दान करते हैं तो आपको धन की कमी नहीं होगी। हालांकि इस दिन सफेद कपड़ा, चावल, चीनी आदि का दान नहीं करना है।
धनतेरस पर पशुओं की पूजा करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
धनतेरस का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान धन्वंतरि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे, तब उनके प्रकट होने के उपलक्ष्य में इस दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। भगवान धन्वंतरि को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है इसलिए इस दिन सोना, चांदी आदि खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए भारत के कई राज्यों में धनतेरस पर सोना-चांदी, नए बर्तन और अन्य धातु की वस्तुएं खरीदने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि नई चीजें, खासकर सोना और चांदी खरीदने से सौभाग्य और धन दोनों मिलते हैं।
सोने-चांदी के अलावा आप धनतेरस पर तांबे के बर्तन, कुबेर यंत्र या पीतल का हाथी खरीदने के बारे में भी सोच सकते हैं। इसके अलावा धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि झाड़ू के इस्तेमाल से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। माना जाता है कि इस दिन चीनी मिट्टी या कांच से बनी चीजें नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि इनका संबंध राहु से होता है। धनतेरस पर लोग अपनी परंपरा और बजट के मुताबिक अलग-अलग चीजों की खरीदारी करते हैं, लेकिन ज्यादातर खरीदारी शुभ मुहूर्त में ही की जाती है।