Big revelation in school threat case, Ahmedabad schools found Pakistani connection in threat email case
अहमदाबाद के 10 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. क्राइम ब्रांच ने इस मामले का पर्दाफाश कर दिया है और इसमें पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है.
क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने लिए जो मेल आया था, वह पाकिस्तान से आया था. क्राइम ब्रांच ने आईडी का पता लगा लिया है, जहां से मेल आया था. हालांकि, इसके लिए एक रूसी डोमेन का इस्तेमाल किया गया था. दरअसल, बीते दिनों अहमदाबाद में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब शहर के 10 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाला मेल आया था. इसके बाद पुलिस आनन-फानन में तलाशी में जुट गई थी. हालांकि, बाद में इसे फर्जी धमकी करार दिया गया.
दिल्ली और अहमदाबाद के स्कूलों को मिले थे धमकी भरे ईमेल
पिछले दिनों पहले दिल्ली-NCR और उसके बाद अहमदाबाद के अलग-अलग स्कूलों को धमकी भरा ईमेल भेजा गया था. इन ईमेल में स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी गई थी. जानकारी के मुताबिक ईमेल मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस की टीमें बम स्क्वाड के साथ स्कूलों में पहुंची और जांच शुरू की गई थी.
जिन स्कूलों को बम से उड़ाने का धमकी भरा ईमेल किया गया था, उसमें बोपल स्थित डीपीएस, आनंद निकेतन सहित करीब 7 स्कूल शामिल हैं. अहमदाबाद के स्कूलों में जो ईमेल किए गए थे, वह दिल्ली के पैटर्न पर ही थे. जिस डोमेन से ईमेल किया गया, वह देश के बाहर का था.
क्राइम ब्रांच ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की थी और बताया था कि यह धमकी फर्जी है. जिन स्कूलों को धमकी भरा ईमेल मिला उनमें बोपल में डीपीएस और आनंद निकेतन, एसजी हाईवे पर उदगम स्कूल, घाटलोदिया में कैलोरक्स स्कूल, चांदखेड़ा और एयरपोर्ट रोड पर आर्मी कैंटोनमेंट के में केंद्रीय विद्यालय शामिल हैं. उदगम स्कूल के प्रशासक धीमंत चोकसी ने कहा, ‘ईमेल भेजने वाले ने हमारे स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी दी. हमारे स्कूल में 24 घंटे सुरक्षा रहती है. हमें बाहर से कोई पार्सल नहीं मिला और हमारे स्कूल के दरवाजे भी बंद थे.’
दिल्ली के 100 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. हालांकि, यह बाद में फर्जी साबित हुआ. इस संबंध में एक एफआईआर भी दर्ज की गई थी. पुलिस ने कहा था कि बम संबंधी ईमेल भेजने का मकसद “बड़े पैमाने पर दहशत पैदा करना और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना था.